BAHA BANGA:-(MARANG BURU,MONEKO TURUY KO

BAHA BANGA IS BIG FESTIVAL CELEBRATION SANTALI CULTURAL Writing by:- Bidu tudu https://youtu.be/5Qex3_Io5lg संतालों के दैनंदिन जीवनयात्रा के साथ प्रकृति का रिश्ता बहुत ही गहरा है, अपनी प्रियतमा की जैसी ही. संतालों के लिए नदी-नाला, पहाड़-पर्वत एक पूरी जीवन शैली है. जब जंगल के पेड़ों से पुराने पत्ते गिरकर नये पत्ते आते हैं, तब इनके नये साल आते है. लताओं और पत्तियों के बीच रंगों और सुवास से समृद्ध पुष्प आवरण मानव ह्रदय में नयी आशा और ऊर्जा का सृजन करता है और तब ही संताल परंपरा के अनुसार नये साल का शुभागमन होता है. संताल प्रकृति पर नजर बनाये रखते हैं, प्रकृति के बदलाव को देखकर ही वे पर्व मनाते हैं. सोहराय के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पर्व बाहा पर्व ही है. बाहा शब्द का शाब्दिक अर्थ पुष्प है, इस हिसाब से बाहा पोरोब या बोंगा पुष्प का उत्सव ही हुआ. पीओ बोडिंग साहब के अनुसार यह पर्व फाल्गुन महीने में ,जब चंद्रमा अपने चतुर्थांश में होता है...